हमारी पृथ्वी का अंत कब होगा ?

दोस्तों ये कोई नही बता सकता के पृथ्वी का अंत कब होगा, हालाँकि ये प्रकृति का नियम है के जिस किसी  भी चीज की शुरुआत हुई है उसका कभी न कभी अंत भी होता है और ये नियम पृथ्वी पर भी लागू होता है और ऐसा भी नही है के पहले कभी पृथ्वी पर मौजूद जीवन का अंत ना हुआ हो डायनोसौर जैसे जीव इसका उदाहरण है के पृथ्वी पर जीवन पहले भी नष्ट हो चूका है
 लेकिन क्या ऐसा कभी भविष्य में भी होगा, मैं मानता हूँ के निश्चित रूप से ऐसा होगा लेकिन सबसे बड़ा सवाल ये है के ऐसा कब होगा तो दोस्तों कई सभ्यताओ और धर्मो में पृथ्वी पर प्रलय , कयामत या विनाश की भविष्यवाणियां की गई हैं.
आज के इस विडियो में मैं आपको बताऊंगा के पृथ्वी पर विनाश की भविष्यवाणी कब कब की गयी लेकिन कम से कम आज तक तो वो सभी भविष्यवाणियां झूठी ही साबित हुई है

माया सभ्यता , प्रलय का दिन 21 दिसंबर 2012,
माया सभ्यता नार्थ अमेरिका की प्राचीन सभ्यता थी इसकी शुरुआत 1500 इसा पूर्व मानी जाती है माया सभ्यता को खगोल के मामले में बेहद उन्नत माना जाता है अन्तरिक्ष के बारे में की गयी उनकी कई भविश्यवाणी सच साबित भी हुई है
माया सभ्यता द्वारा बनाये गए कैलेंडर में 21 दिसंबर 2012 के बाद की तिथि का वर्णन नहीं है. माया कैलेंडर अनुसार, इस तारीख के बाद पृथ्वी का अंत होना था. इस पर यकीन करने वाले कहते हैं कि हजारों साल पहले ही माया सभ्यता ने अनुमान लगा लिया गया था कि 21 दिसंबर, 2012 को पृथ्वी पर प्रलय का दिन होना था.
हॉलीवुड फिल्म मेकरो ने इस विषय पर 2012 नामक फिल्म बनाकर इस विषय को भुनाने की कोशिश भी की फिल्म के ट्रेलर ने इस भविष्यवाणी को और ज्यादा हवा दी और जिससे कई सारे लोग बेहद दर गए थे लोग अपनी अंतिम इच्छा पूरी करने की जद्दोजहद में भी लग गये थे. टीवी, रेडियो और समाचार पत्रों ने तो लोगों की नींदे ही उड़ा दी थीं. लेकिन 2011 में चर्चा में आई ये भविष्यवाणी आख़िरकार गलत ही साबित हुई

मिंग चैन , 25 मार्च, 1988 को होगा विनाश
ताइवान के धार्मिक गुरू मिंग चैन ने इसाई और बोद्ध धर्म को आधार मानकर ये भविष्य वाणी की थी के 25 मार्च 1988 को ईश्वर धरती पर आयेंगे और क्योंकि इंसानों की वजह से पृथ्वी पर पाप बहुत अधिक बढ़ गया है इसीलिए ईश्वर सम्पूर्ण मानव जाती को इसके लिए सजा देंगे और पृथ्वी पर मौजूद सभी मनुष्य मारे जायेंगे वर्ष 1988 में सभी अखबार इस भविष्य वाणी की खबरों से भरे पड़े थे
मिंग चैन के फोल्लोवर्स बहुत बड़ी संख्या में थे इसीलिए सभी ने उनकी भविष्य वाणी को सच मान लिए जैसे जैसे 25 मार्च नजदीक आई लोगो ने अपने घरो से निकलना ही छोड़ दिया कइयो ने तो अपनी नौकरी तक से इस्तीफा दे दिया उनका कहना था के अपने जिन्दगी के आखिरी दिन वे अपने परिवार के साथ बिताना चाहते है लेकिन 25 मार्च के बाद 26 मार्च की सुबह भी आई और मिंग चैन की भविष्य वाणी गलत साबित हुई


End Time Prophecies- 29 जुलाई 2016 को होगा पृथ्वी का खात्मा
ये भविष्य वाणी अभी हाल ही में End Time Prophecies नामक संस्था द्वारा कि गयी थी  इस भविष्य वाणी के अनुसार 29 जुलाई 2016 से पृथ्वी के चुम्बकीय ध्रवो को पलटने के कारण आपदाए शुरू हो जायेंगी कई भयानक भूकम्प और सुनामी का सामना लोगो को करना पड़ेगा और ठीक उसी समय एक उल्का पिंड भी धरती से टकराएगा इस उल्का पिंड की टक्कर से बहुत बड़ी मात्रा में ऊष्मा पैदा होगी जो एक बहुत भारी नुक्लेअर बम के सामान होगी इसी वजह से पृथ्वी पर मौजूद जीवन पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा हालंकि वर्ष 2016 अब बीत चूका है और आज भी हंसी ख़ुशी हम अपना जीवन जी रहे है

न्यूटन , पृथ्वी का अंत होगा 2060 में
फादर of मोडर्न साइंस के जनक न्यूटन के अनुसार ये दुनिया सन 2060 तक ख़त्म हो जायेगी खास बात यह है कि न्यूटन ने ये, ऐसे ही नहीं कहा था। बल्कि इसके नीछे भी एक फॉर्मूला था। गति के नियम के तमाम फॉर्मूलों का अविष्कार करने वाले न्यूटन ने 1704 में एक नोट लिखा था। उस नोट में ये कहा गया था के एक समय ऐसा आएगा की पृथ्वी की घुमने की गति बदल जायेगी जिससे दिन और रात आधे हो जायेंगे और वर्ष 2060 के बाद पृथ्वी पर समय बिलकुल ही खत्म हो जाएगा यानी किसी भी सूरत में ये दुनिया 2060 से आगे नहीं बढ़ने वाली न्यूटन ने ग्रेविटी और दुसरे ग्रहों को भी अपनी भविष्य वाणी को आधार बनाया था
अब ये भविष्यवाणी कितनी सच हो पाएगी और कितनी नही इसका जवाब तो हमें आज से करीब 40 बाद ही मिल पायेगा

नास्त्रेदमस की भविष्यवाणी  , 5080 को होगी तबाही
नास्त्रेदमस को  भविष्यवाणीयो का पितामह माना जाता है उनकी अनेको भविष्यवाणी बिलकुल सही साबित हुई है  विश्लेषकों अनुसार नास्त्रेदमस ने प्रलय के बारे में बहुत स्पष्ट लिखा है उनका कहना है के मैं देख रहा हूं कि आग का एक गोला पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है जो धरती से मानव की विलुप्ति का कारण बन सकता है।
ऐसा कब होगा इसके बारे में जानकारी बहुत स्पष्ट नहीं है , लेकिन ज्यादातर जानकार घोषणा करते हैं कि नास्त्रेदमस के भविष्यवाणी के अनुसार ऐसा 60 वी सताब्दी के अंत में होगा उस समय तृतीय विश्व युद्ध चल रहा होगा और ठीक उसी दौरान आकाश से एक उल्का पिंड हिंद महासागर में आ गिरेगा जिसके कारण समुद्र का सारा पानी धरती पर फैल जाएगा इस वजह से धरती के अधिकांश राष्ट्र डूब जाएंगे या यह भी हो सकता है कि इस भयानक टक्कर के कारण धरती अपनी धूरी से ही हट जाए और अंधकार में समा जाए। खैर जो भी हो लेकिन इस भविष्यवाणी की सच्चाई देखने के लिए 5080 तक तो हम वैसे भी जीवित नहीं रहने वाले

इसके आलावा महान  वैज्ञानिक स्टीफन विलियम हॉकिंग ने दावा किया है कि मानव जाति अधिकतम एक हज़ार साल तक ही जीवित रह सकती है क्योंकि पृथ्वी एक हज़ार सालो में समाप्त हो जाएगी . उन्होंने कहा कि हमे अभी से नए ग्रहों की खोज शुरू कर देनी चाहिए क्योंकि मनुष्य को हर हाल में हज़ार साल के भीतर किसी अन्य ग्रह पर बस्तियां बसानी ही होंगी वरना हम सब का अंत निश्चित है

बहरहाल दोस्तों इन सभी भविष्यवाणियों में से कुछ की तिथि बीत चुकी है, तो कुछ भविष्य के गर्भ में हैं. बीती तिथियों से तो यही प्रतीत होता है कि ये भविष्यवाणियां गलत ही साबित हुई हैं. लेकिन भविष्य में कब क्या हो जाए, ये कोई नहीं जानता. तो दोस्तों ये भविष्यवाणियां सही साबित होती हैं या नहीं, ये तो आने वाला वक़्त ही बतायेगा. लेकिन तब तक के लिए आप भी ज़िंदगी के मज़े लेते रहिये और चैन की नींद सोते रहिये.

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

इतिहास में मौजूद सबसे बड़े जानवर (BIGGEST ANIMALS OF ALL TIME)

अगर हमें भगवान ने बनाया तो फिर भगवान को किसने बनाया

ऐसी जगह, जहाँ जाना सख्त मना है. Places On Earth Where You Not Allowed.