ऐसी जगह, जहाँ जाना सख्त मना है. Places On Earth Where You Not Allowed.
दोस्तों आज विज्ञान इतनी तरक्की कर चूका है के हम इंसानों के कदम चाँद तक पहुँच चुके है लेकिन हमारी दुनिया में अद्भुत और अविश्वसनीय चीजो की कोई कमी नही है आज भी प्रकृति की भव्यता और इंसानों की सोच को समझ पाना कई बार बेहद मुश्किल हो जाता है हम इंसानों ने अपनी तेज बुद्धि और हिम्मत की वजह से कई बेहद दुर्गम इलाको को फ़तेह किया है लेकिन फिर भी दुनिया में बहुत सारी ऐसी जगह है जहा पहुँच पाना आम इंसानों की पहुँच से बाहर है
तो दोस्तों आज के इस विडियो में मैं आपको कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में बताऊंगा जहाँ या तो आप जा नही सकते या फिर आपको जाना ही नही चाहिए
उत्तरी सेंटिनल द्वीप
ये द्वीप भारत के अंदमान द्वीप समूह में स्थित है अगर आप यहाँ घुमने जाना चाहते है तो आपको यहाँ ले जाने के लिए कोई भी जहाज या नाविक तैयार नही होगा लेकिन फिर भी आप किसी तरह से इस द्वीप पर पहुँच जाते है तो यहाँ से जिन्दा बच के आना बेहद ही मुश्किल होगा
दरअसल यहाँ रहने वाले आदिवासी अपने जंगलो और अपनी संस्कृति की रक्षा करने के लिए बेहद समर्पित है उन्हें अपने जंगलो में किसी प्रकार का हस्तक्षेप बिलकुल भी नही भाता इसीलिए वे यहाँ पहुंचे किसी भी अजनबी की हत्या कर डालते है इन आदिवासियों को देश और दुनिया में कोई रूचि नही है वे अपने द्वीप की या अपनी तरक्की बिलकुल भी नही चाहते
उन्हें कतई पसंद नही है के कोई यहाँ आये और उनके लिए सड़के बनाये या एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए उन्हें किसी प्रकार का ट्रांसपोर्ट सिस्टम दे या फिर उनके बच्चो के लिए स्कूल बनाये
अगर कोई बाहरी आदमी गलती से भी यहाँ पहुच जाता है तो इसकी कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है इसी वजह से इन आदिवासियों को संसार की सबसे खरतनाक मानव जात माना गया है
सांपो का द्वीप
ये छोटा सा द्वीप दक्षिणी ब्राजील के तट पर मौजूद है यहाँ पर सांपो की संख्या इतनी अधिक है के इस द्वीप का नाम ही स्नेक आइलैंड रख दिया गया है यहाँ पर आप जहाँ कदम रखेंगे वहीँ एक सांप आपको काटने के इन्तजार में बैठा मिलेगा इसी वजह से इस द्वीप पर यात्रा करने की इजाजत नही है सिर्फ कोई वैज्ञानिक ही ब्राजील सरकार से अनुमति लेकर और खास सुरक्षा उपकरणों के साथ इस द्वीप पर जा सकता है
इस द्वीप का क्षेत्रफल सिर्फ 100 एकड़ है यानी ये एक छोटे से गाँव से भी छोटा है लेकिन यहाँ मौजूद अनुमानित सांपो के संख्या 5 हज़ार के आसपास है यानी यहाँ औसतन हर एक फूट के जगह पर एक सांप मौजूद है मतलब सिर्फ आपके सोने वाले बेड जितनी जगह में ही 20 से 25 सांप रहते है इसी वजह से यहा ना सिर्फ मनुष्य बल्कि किसी भी दुसरे जीव का जिन्दा रह पाना असंभव है यहाँ पर मुख्यत सुनहरे पीट वाईपर सांप पाए जाते है जोकि दुनिया में और कहीं भी नही पाए जाते ये इतने जहरीले होते है के इनके काटने से इन्सान की मौत दस मिनट के अन्दर ही हो जाती है
अपने भोजन के लिए ये सांप पक्षियों और मछलियों पर निर्भर रहते है
आइलैंड ऑफ डेथ
अगर आप भूत प्रेतों को सिर्फ अंदविश्वाश मानते है तो आपको प्रोवेगीला आइलैंड या आइलैंड ऑफ डेथ के बारे में जरुर जान लेना चाहिए ये आइलैंड इटली के पास है
यहाँ होने वाली भुतिया घटनाओ के कारण खुद इटली की सरकार ने इस आइलैंड पर आम लोगो के जाने को प्रतिबंधित किया हुआ है दरअसल, इस आइलैंड से जुड़ी हुई एक खौफनाक कहानी है, जिसकी वजह से लोग यहां जाना भी नहीं चाहते। जब सेकड़ो साल पहले जब यूरोप में प्लेग के महामारी फैली थी तो
प्लेग के लाखो मरीजो को जबरन इस आइलैंड पर मरने के लिए फेंक दिया गया था
माना जाता है के तब से लेकर आज तक इस आइलैंड पर उन मरीजो की आत्माए भटक रही है इस आइलैंड पर जिसने भी जाने की कोशिश के वो अजीबोगरीब ढंग से मारा गया 1960 में इस द्वीप को किसी प्राइवेट मालिक ने खरीद लिया था लेकिन कुछ ही दिनों बाद उस मालिक की लड़की को किसी ने मौत के घाट उतार दिया कई लोगो ने इस द्वीप पर हो रही मौतों के रहस्य को जानने की कोशिश की लेकिन इस द्वीप पर जाने के बाद वो लोग कभी वापिस लौट कर नही आये आख़िरकार 1970 में इटली की सरकार ने इस आइलैंड पर जाने की पाबंदी लगा दी और तब से लेकर आज तक ये आइलैंड वीरान ही बना हुआ है
रामरी आइलैंड
रामरी आइलैंड म्यांमार के पश्चिमी तट पर मौजूद एक टापू है इस टापू का नाम गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एक ऐसी जगह के रूप में दर्ज़ है जहाँ के जानवरों ने सबसे ज्यादा इंसानो को मारा है , असल में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लगभग 1000 जापनी सैनिको ने इस द्वीप पर अपने तम्बू लगा कर इसे अपना बसेरा बना लिया लेकिन वे सैनिक यहाँ पर मौजूद खतरनाक मगरमच्छो के बारे में नही जानते थे असल में यहाँ खारे पानी के बेहद खतरनाक मगर मच्छ पाए जाते है जो की 20 फीट से भी अधिक लम्बाई के हो जाते है इन मगरमच्छो ने सैनिको पर हमला कर दिया गौरतलब है के सभी सैनिक बन्दूको और खतरनाक हथियारों से लैस थे लेकिन फिर भी मगरमच्छ ने 980 सैनिको को मार कर खा गए और सिर्फ 20 सैनिक ही इस टापू से वापिस आ पाए
बचे हुए सैनिको ने, जब मगरमच्छों के द्वारा उनके साथी सैनिको के शिकार होने कि खौफनाक कहानीया सुनाई, तो उसे सुनकर सबके रोंगटे खड़े हो गए। उन्होंने बताया के वे मगरमच्छ सैनिको को जिन्दा ही निगल जाते थे और उनके पेट में जाने के बाद भी सैनिको के चीखने के आवाज आति रहती थी बाद में इस आइलैंड को ब्रिटेन ने कब्ज़ा लिया और यहाँ पर जाना प्रतिबंध कर दिया गया आज भी रामरी आइलैंड पर इन खारे पानी के मगरमच्छों का राज है और ये इतने खतरनाक है कि ये अपने आगे आने वाली किसी भी चीज़ को खा जाते है
राजा किन शी हुआन का मकबरा
करीब 250 BCE पहले राज करने वाले किन शी को चाइना का पहला सम्राट माना जाता है इन्होने सिर्फ तेरह साल की उम्र में राज पाठ संभाल लिया था और कई बेहद खतरनाक लड़ाईया लड़ी थी चीन की मशहूर दीवार का निर्माण भी किन शी ने ही शुरू करवाया था उन्हें अपनी सेना पर बहुत गर्व था इसिलए उनके मरने के उपरांत उनकी याद में एक मकबरा बनवाया गया जहा उनके स्टेच्यु के साथ उनके सेकड़ो वफादार सैनिको के स्टेच्यु भी बनवाए गए ये मकबरा आज करीब दो हज़ार साल पुराना हो चूका है लेकिन माना जाता है के टूटी फूटी हालत में मौजूद ये मुर्तिया आज भी कई बार जीवित हो उठती है कई इतिहासकार जो यहाँ खोज बीन करने गए वो या तो मारे गए या पागल हो गए उनमे से कुछ जो बच गए उनका कहना था के राजा किन शी की मूर्ति अचानक जीवित हो उठी और उसने अपने सैनिको को हमें मार डालने का आदेश दे दिया जिसके बाद सभी सैनिक अपनी नंगी तलवार लेकर हमारी और दौड़ पड़े
चीनी सरकार ने आज इस जगह पर ना सिर्फ टूरिस्टो का जाना बैन कर रखा बल्कि किसी भी तरह की रिसर्च पर करने पर भी रोक लगा रखी है जिसके पीछे उनका मत है के ये मकबरा बहुत ही जर्जर हालत में है और कभी भी टूट सकता है लेकिन कुछ लोगो का मानना है के चीनी सरकार इस बात से डरती है के कहीं एक दिन किन शी अपनी सेना समेत जीवित होकर पूरी दुनिया पर हमला न कर दे
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तो दोस्तों आज के इस विडियो में मैं आपको कुछ ऐसी ही जगहों के बारे में बताऊंगा जहाँ या तो आप जा नही सकते या फिर आपको जाना ही नही चाहिए
उत्तरी सेंटिनल द्वीप
ये द्वीप भारत के अंदमान द्वीप समूह में स्थित है अगर आप यहाँ घुमने जाना चाहते है तो आपको यहाँ ले जाने के लिए कोई भी जहाज या नाविक तैयार नही होगा लेकिन फिर भी आप किसी तरह से इस द्वीप पर पहुँच जाते है तो यहाँ से जिन्दा बच के आना बेहद ही मुश्किल होगा
दरअसल यहाँ रहने वाले आदिवासी अपने जंगलो और अपनी संस्कृति की रक्षा करने के लिए बेहद समर्पित है उन्हें अपने जंगलो में किसी प्रकार का हस्तक्षेप बिलकुल भी नही भाता इसीलिए वे यहाँ पहुंचे किसी भी अजनबी की हत्या कर डालते है इन आदिवासियों को देश और दुनिया में कोई रूचि नही है वे अपने द्वीप की या अपनी तरक्की बिलकुल भी नही चाहते
उन्हें कतई पसंद नही है के कोई यहाँ आये और उनके लिए सड़के बनाये या एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए उन्हें किसी प्रकार का ट्रांसपोर्ट सिस्टम दे या फिर उनके बच्चो के लिए स्कूल बनाये
अगर कोई बाहरी आदमी गलती से भी यहाँ पहुच जाता है तो इसकी कीमत उसे अपनी जान देकर चुकानी पड़ती है इसी वजह से इन आदिवासियों को संसार की सबसे खरतनाक मानव जात माना गया है
सांपो का द्वीप
ये छोटा सा द्वीप दक्षिणी ब्राजील के तट पर मौजूद है यहाँ पर सांपो की संख्या इतनी अधिक है के इस द्वीप का नाम ही स्नेक आइलैंड रख दिया गया है यहाँ पर आप जहाँ कदम रखेंगे वहीँ एक सांप आपको काटने के इन्तजार में बैठा मिलेगा इसी वजह से इस द्वीप पर यात्रा करने की इजाजत नही है सिर्फ कोई वैज्ञानिक ही ब्राजील सरकार से अनुमति लेकर और खास सुरक्षा उपकरणों के साथ इस द्वीप पर जा सकता है
इस द्वीप का क्षेत्रफल सिर्फ 100 एकड़ है यानी ये एक छोटे से गाँव से भी छोटा है लेकिन यहाँ मौजूद अनुमानित सांपो के संख्या 5 हज़ार के आसपास है यानी यहाँ औसतन हर एक फूट के जगह पर एक सांप मौजूद है मतलब सिर्फ आपके सोने वाले बेड जितनी जगह में ही 20 से 25 सांप रहते है इसी वजह से यहा ना सिर्फ मनुष्य बल्कि किसी भी दुसरे जीव का जिन्दा रह पाना असंभव है यहाँ पर मुख्यत सुनहरे पीट वाईपर सांप पाए जाते है जोकि दुनिया में और कहीं भी नही पाए जाते ये इतने जहरीले होते है के इनके काटने से इन्सान की मौत दस मिनट के अन्दर ही हो जाती है
अपने भोजन के लिए ये सांप पक्षियों और मछलियों पर निर्भर रहते है
आइलैंड ऑफ डेथ
अगर आप भूत प्रेतों को सिर्फ अंदविश्वाश मानते है तो आपको प्रोवेगीला आइलैंड या आइलैंड ऑफ डेथ के बारे में जरुर जान लेना चाहिए ये आइलैंड इटली के पास है
यहाँ होने वाली भुतिया घटनाओ के कारण खुद इटली की सरकार ने इस आइलैंड पर आम लोगो के जाने को प्रतिबंधित किया हुआ है दरअसल, इस आइलैंड से जुड़ी हुई एक खौफनाक कहानी है, जिसकी वजह से लोग यहां जाना भी नहीं चाहते। जब सेकड़ो साल पहले जब यूरोप में प्लेग के महामारी फैली थी तो
प्लेग के लाखो मरीजो को जबरन इस आइलैंड पर मरने के लिए फेंक दिया गया था
माना जाता है के तब से लेकर आज तक इस आइलैंड पर उन मरीजो की आत्माए भटक रही है इस आइलैंड पर जिसने भी जाने की कोशिश के वो अजीबोगरीब ढंग से मारा गया 1960 में इस द्वीप को किसी प्राइवेट मालिक ने खरीद लिया था लेकिन कुछ ही दिनों बाद उस मालिक की लड़की को किसी ने मौत के घाट उतार दिया कई लोगो ने इस द्वीप पर हो रही मौतों के रहस्य को जानने की कोशिश की लेकिन इस द्वीप पर जाने के बाद वो लोग कभी वापिस लौट कर नही आये आख़िरकार 1970 में इटली की सरकार ने इस आइलैंड पर जाने की पाबंदी लगा दी और तब से लेकर आज तक ये आइलैंड वीरान ही बना हुआ है
रामरी आइलैंड
रामरी आइलैंड म्यांमार के पश्चिमी तट पर मौजूद एक टापू है इस टापू का नाम गिनीज़ बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकॉर्ड में एक ऐसी जगह के रूप में दर्ज़ है जहाँ के जानवरों ने सबसे ज्यादा इंसानो को मारा है , असल में द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान लगभग 1000 जापनी सैनिको ने इस द्वीप पर अपने तम्बू लगा कर इसे अपना बसेरा बना लिया लेकिन वे सैनिक यहाँ पर मौजूद खतरनाक मगरमच्छो के बारे में नही जानते थे असल में यहाँ खारे पानी के बेहद खतरनाक मगर मच्छ पाए जाते है जो की 20 फीट से भी अधिक लम्बाई के हो जाते है इन मगरमच्छो ने सैनिको पर हमला कर दिया गौरतलब है के सभी सैनिक बन्दूको और खतरनाक हथियारों से लैस थे लेकिन फिर भी मगरमच्छ ने 980 सैनिको को मार कर खा गए और सिर्फ 20 सैनिक ही इस टापू से वापिस आ पाए
बचे हुए सैनिको ने, जब मगरमच्छों के द्वारा उनके साथी सैनिको के शिकार होने कि खौफनाक कहानीया सुनाई, तो उसे सुनकर सबके रोंगटे खड़े हो गए। उन्होंने बताया के वे मगरमच्छ सैनिको को जिन्दा ही निगल जाते थे और उनके पेट में जाने के बाद भी सैनिको के चीखने के आवाज आति रहती थी बाद में इस आइलैंड को ब्रिटेन ने कब्ज़ा लिया और यहाँ पर जाना प्रतिबंध कर दिया गया आज भी रामरी आइलैंड पर इन खारे पानी के मगरमच्छों का राज है और ये इतने खतरनाक है कि ये अपने आगे आने वाली किसी भी चीज़ को खा जाते है
राजा किन शी हुआन का मकबरा
करीब 250 BCE पहले राज करने वाले किन शी को चाइना का पहला सम्राट माना जाता है इन्होने सिर्फ तेरह साल की उम्र में राज पाठ संभाल लिया था और कई बेहद खतरनाक लड़ाईया लड़ी थी चीन की मशहूर दीवार का निर्माण भी किन शी ने ही शुरू करवाया था उन्हें अपनी सेना पर बहुत गर्व था इसिलए उनके मरने के उपरांत उनकी याद में एक मकबरा बनवाया गया जहा उनके स्टेच्यु के साथ उनके सेकड़ो वफादार सैनिको के स्टेच्यु भी बनवाए गए ये मकबरा आज करीब दो हज़ार साल पुराना हो चूका है लेकिन माना जाता है के टूटी फूटी हालत में मौजूद ये मुर्तिया आज भी कई बार जीवित हो उठती है कई इतिहासकार जो यहाँ खोज बीन करने गए वो या तो मारे गए या पागल हो गए उनमे से कुछ जो बच गए उनका कहना था के राजा किन शी की मूर्ति अचानक जीवित हो उठी और उसने अपने सैनिको को हमें मार डालने का आदेश दे दिया जिसके बाद सभी सैनिक अपनी नंगी तलवार लेकर हमारी और दौड़ पड़े
चीनी सरकार ने आज इस जगह पर ना सिर्फ टूरिस्टो का जाना बैन कर रखा बल्कि किसी भी तरह की रिसर्च पर करने पर भी रोक लगा रखी है जिसके पीछे उनका मत है के ये मकबरा बहुत ही जर्जर हालत में है और कभी भी टूट सकता है लेकिन कुछ लोगो का मानना है के चीनी सरकार इस बात से डरती है के कहीं एक दिन किन शी अपनी सेना समेत जीवित होकर पूरी दुनिया पर हमला न कर दे
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I want to know about all over bramand
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